इस में हम कोलियस के पौधे के लाभ और उसकी देखभाल और उसकी कटिंग कैसे लगाते हैं इस बारे में बताएंगे।

कोलियस प्लांट (वैज्ञानिक रूप से प्लेक्ट्रैन्थस स्कुटेलैरोइड्स के रूप में जाना जाता है) स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए कई लाभ प्रदान करता है। इसके लाभों पर एक नज़र डालें:
Coleus Plant benifits
- सजावटी पौधा
- सौंदर्यपौधा : कोलियस पौधे अपने जीवंत, बहुरंगी पत्तों के लिए व्यापक रूप से जाने जाते हैं जो लाल, बैंगनी, हरे, पीले और नारंगी रंगों में आते हैं। वे बगीचों, आँगन और इनडोर स्थानों में रंग भर देते हैं।
- कम रखरखाव: इन पौधों को उगाना और रखरखाव करना आसान है, जो उन्हें नौसिखिए और अनुभवी माली दोनों के बीच लोकप्रिय बनाता है।
2. स्वास्थ्य लाभ
- पारंपरिक औषधीय उपयोग: कोलियस का उपयोग औषधीय में किया जाता है। उदाहरण के लिए, आयुर्वेदिक चिकित्सा में, इसे श्वसन समस्याओं, पाचन संबंधी समस्याओं और यहाँ तक कि तनाव को कम करने के लिए उपयोगी माना जाता है।
Care and how grow from cutting
- कैसे उगाए ? कोलियस के पौधे को बहुत आसानी से उगाया जा सकता है इसे कटिंग के द्वारा उगाया जाता है इसकी कटिंग मार्च से अक्टूबर तक किसी भी महीने में आप लगा सकते हैं और इसकी जो अच्छी कटिंग है वह जून से लेकर सितंबर तक अच्छी चलती है इसमें जड़ 10 से 15 दिनों में निकल आती है जब इस पौधे में चार से पांच शाखाएं हो जाए तो बीच वाली शाखा को ऊपर से काट देना चाहिए जिससे पौधे में अधिक शाखाएं निकलती हैं और पौधा सुंदर दिखने लगता है इस पौधे पर फूल भी आते हैं यदि पाला पड़ता है तो कोलियस के पौधे को छाया में रखना चाहिए जिससे उसे पाला से बचाया जा सके कोलियस के पौधे को सीधी धूप की आवश्यकता होती है और फरवरी से अक्टूबर तक यह पौधा बहुत आकर्षक इसकी पत्तियां फूलों की तरह दिखती है जो अपनी सुंदरता से सभी का मन मोह लेती है इसकी पत्तियां भिन्न-भिन्न रंगों की होती है। कोलियस के पौधे को पानी हफ्ते में दो या तीन बार दे सकते हैं और पानी इतना दो की जिससे उसमें नमी बराबर बनी रहे अधिक पानी नहीं देना चाहिए। इस पौधे को अधिक खाद की आवश्यकता नहीं होती है महीने में दो बार वर्मी कंपोस्ट डाल सकते हैं गोबर की खाद दे सकते हैं और बहुत ही काम खाद में यह पौधा बहुत अच्छा ग्रोथ करता है।