यह एक लोकप्रिय और सुगंधित पौधा है इसे आमतौर पर इसकी मोहक खुशबू के लिए उगाया जाता है जो रात में सबसे अधिक बढ़ता है
Properties विशेषताएं – यह एक लोकप्रिय और सुगंधित पौधा है इसे आमतौर पर इसकी मोहक खुशबू के लिए उगाया जाता है जो रात में सबसे अधिक बढ़ता है। आकार और रुप में एक झाडीदार पौधा होता है इसकी लंबाई 5 से 12 फीट तक हो सकती है इसकी पत्तियां गहरे हरे रंग की होती है और लंबी भी होती है रात की रानी के पौधे में देवी देवता निवास करते हैं। रात में इसकी खुशबू मन मोह लेती है और इससे घर में नकारात्मक उर्जा भी दूर होती है सकारात्मक ऊर्जा आती है इसकी फूलों की खुशबू मानसिक तनाव को भी दूर करती है इस कटिंग से भी तैयार किया जाता है इसमें पानी की कम जरूरत होती है इसके फूल गुछों में आते हैं इस पौधे पर फल भी आते हैं
Plant Care देखभाल और रोपण – मिट्टी रात की रानी के पौधे की मिट्टी उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली होनी चाहिए।
सूरज की रोशनी यह पौधा हलकी की छाया और धूप में भी उगाया जा सकता है यह पौधा आउटडोर है इसमें रोजाना पानी देने की जरूरत नहीं है इसमें नमी बनी रहनी चाहिए।
Benefit उपयोग और लाभ -रात की रानी के पौधे की खुशबू रात में बहुत अच्छी आती है इसकी खुशबू हमारे मन और वातावरण को सुखद बना देती है।
इसका उपयोग सर दर्द सर्दी खांसी में भी किया जाता है यह हमारे कप को भी ठीक करता है। यह पौधा घर में सजावट के रूप में भी क्या रखा जाता है और बगीचों में और घरों में भी होता है यह हमारे घर का वातावरण सुखद बनाए रखना है इसके फूल गजरे बनाने में भी उपयोग किए जाते हैं।
Propagation वनस्पति प्रजनन इसे कलम के द्वारा नया पौधा तैयार किया जाता है इसकी कलम फरवरी मार्च में लगाई जाती है कलम की लंबाई 10 से 15 सेंटीमीटर होनी चाहिए। जिस टहनी से हम कलम लेते हैं वह परिपक्व होनी चाहिए।
अवधारणाएं – कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि इसकी खुशबू से सर्प आ जाते हैं ऐसी धारणाएं गलत है।